गूगल प्ले या किसी वैरीफाईड प्लेटफार्म से ही लोन एप डाउनलोड करें। डायरेक्ट वेबसाईट से या वाट्सअप एसएमएस पर आए किसी लिंक के माध्यम से कभी कोई एप डाउनलोड ना करें।
– किसी भी एप को डाउनलोड करने से पहले, एप रिव्यू को ध्यान से पढ़े। –सबसे जरूरी यह पता करें की एप रेजिस्टर्ड है या नहीं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और एनबीएफसी से मान्यता प्राप्त है या नहीं।
एप की वेबसाईट और आफिस का भी सत्यापन करें। अधिकांश फेक एप के ऑफिस और वैबसाइट नहीं होते।
– लोन एग्रीमेंट साईन करने से पहले नियम व शर्तें ध्यान से पढ़े।
– ई वैरीकेशन के जरीये केवायसी करने वाली लोन एप को प्राथमिकता दें। डॉक्यूमेंट की स्कैन अपलोड करवाने वाली एप से बचें।
उधार लेने वालों को इस बात का भी पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि कर्ज देने वाला डिजिटल ऐप कितना भरोसेमंद है. एनबीएफसी लाइसेंस के बारे में जानकारी इकट्ठा कर लें. यह लाइसेंस आरबीआई से हासिल किया जा सकता है.
याद रखें, लोगों का डर ही सायबर अपराधियों की ताकत है। इसलिये डरें नहीं, जागरुक रहें और दूसरों को भी जागरुक करें। किसी भी तरह के लालच, बहकावे, उकसावे में न आएं।