Meta Layoffs: कर्मचारियों को बाहर कर अधिकारियों को बोनस दे रही बोनस

Meta Layoffs: विश्व की दिग्गज टेक कंपनी मेटा में छंटनी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।  पिछले महीने मार्च में मेटा ने यह ऐलान किया कि वह 10,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है. कंपनी ने इससे पहले नंबर के महीने में कुल अपने वर्कफोर्स के 13 फीसदी यानी 11,000 लोगों की छंटनी की थी. मार्च में की गई छंटनी के ऐलान के बाद कंपनी ने कई पदों से कर्मचारियों को नौकरी से निकाला शुरू भी कर दिया है.

मेटा के अलावा अमेजन (Amazon Layoffs), ट्विटर (Twitter Layoffs), गूगल (Google Layoffs) आदि जैसी कई कंपनियों ने भी पिछले कुछ महीनें में कई चरण की छंटनी की है. छंटनी का शिकार हुए कई कर्मचारी लिंक्डइन (LinkedIn), फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर अपना दर्ज बयां कर रहे हैं. मेटा की एक पूर्व कर्मचारी ने लिंक्डइन पर अपने छंटनी की कहानी शेयर की है. मेटा के इस पूर्व कर्मचारी का नाम है लीजा बेरेनसन. अपने पोस्ट में उन्होंने बताया कि वह कंपनी से करीब 3 साल पहले 2019 में जुड़ी थी. वह पहले कंटेंट डिजाइनर के पोस्ट पर कार्यरत थी. बाद में उन्हें क्रिएटिव डेह बना दिया गया था.

कंपनी ने ब्रिटेन से अमेरिका किया ट्रांसफर

इस प्रमोशन के साथ ही मेटा ने इस महिला कर्मचारी का ट्रांसफर ब्रिटेन से अमेरिका के कोलोराडो कर दिया. महिला अपने पूरे परिवार के साथ मार्च 2022 में अमेरिका आ गई. इसके बाद कंपनी ने साल 2023 में महिला की छंटनी कर दी. कर्मचारी ने यह भी बताया कि मार्च 2023 में उसने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बाद भी कंपनी उन्हें नौकरी से निकाल दिया है. महिला ने इस पोस्ट में यह भी लिखा है कि उसका सारा करियर यूके में था और वह अब मेटा से छंटनी के बाद उनके पास कोई काम नहीं है. उनके दो छोटे बच्चे हैं. ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द नई नौकरी की जरूरत है.

अधिकारियों को मोटा बोनस

एक तरफ मेटा कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है वहीं दूसरी तरफ अपने टॉप अधिकारियों को करोड़ों रुपये का बोनस दे रहा है. अमेरिका सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन (SEC) को दी गई जानकारी के मुताबिक मेटा के एग्जीक्यूटिव अधिकारी जैसे सुसान ली को कंपनी ने इस वर्ष करीब 4.71 करोड़ रुपये बोनस के रूप में दिया है. वहीं चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर क्रिस कॉक्स को  7.5 करोड़ रुपये का बोनस कंपनी ने दिया है. कंपनी के इस फैसले के बाद कई कर्मचारियों ने इस पर सवाल उठाया है.