Loan News: kyon badh rahi loan ki emi

loan ki Kyon badh rahi. loan mehanga kyon ho rha. यह सवाल आज हर कोई पूछ रहा है। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने महंगाई पर रोक लगाने के ‎लिए रेपा रेट 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.90 प्रतिशत कर दिया गया है। ‎जिसकी वजह से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन या फिर अन्य किसी प्रकार का लेने वाले लोगों की ईएमआई में इजाफा हो गया है, क्योंकि आरबीआई के एलान के बाद कई बैंक और एनबीएफसी कंपनियां ब्याज दरें बढ़ा चुकी हैं। पिछले पांच महीनों में चार बार महंगाई को काबू करने के लिए आरबीआइ की ओर से रेपो रेट को 1.90 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। इसके कारण रेपो रेट तीन साल के उच्चतम स्तर 5.90 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

आरबीआइ ने पहली बार मई में 0.40 प्रतिशत, जून, अगस्त और सितंबर में हर बार 0.50 प्रतिशत का इजाफा किया था। जानकारों का कहना है कि अगर आने वाले महीनों में महंगाई काबू में नहीं आती है, तो फिर आरबीआइ दिसंबर में होने वाली अगली मौद्रिक नीति में 0.35 प्रतिशत की और वृद्धि कर सकता है।

ब्याज दर बढ़ने के कारण किसी भी व्यक्ति के लिए लोन लेना महंगा हो जाता है और वर्तमान में चल रहे आपके कार लोन, होम लोन या फिर पर्सनल लोन की ईएमआई में इजाफा हो सकता है। भारत ही नहीं दुनियाभर में इस समय ब्याज दरों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके पीछे की प्रमुख वजह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध, आपूर्ति श्रंखला का प्रभावित होना और वैश्विक अस्थिरता है।

बैंक क्यों बढ़ाते हैं इंटरेस्ट रेट?

असल में रेपो रेट के बढ़ने पर बैंक की कॉस्ट ऑफ बोरोइंग यानी रिजर्व बैंक से उधार लेने की लागत बढ़ जाती है जिसको बैलेंस करने के लिए वह अपने बैंकों का इंटरेस्ट रेट बढ़ाते हैं. इंटरेस्ट रेट बढ़ाने के कारण हर तरह के लोन मंहगे हो जाते हैं.

इतनी बार मई से बढ़ चुका है रेपो रेट(Repo Rate)

रेपो रेट मई से चार बार बढ़ चुका है जिसका प्रभाव आम आदमी की जेब पर भी पड़ेगा. जरा सोचिए कि अगर आपने किसी बैंक से लोन ले रखा है तो अब आपको इंट्रेस्ट में पहले की तुलना में ज्यादा पैसे देने होंगे. ऐसे में लोन लेने वाले के पास दो ऑप्शन होते हैं या तो वह किस्त बढ़ा सकते हैं या फिर लोन की अवधि को बढ़ा सकते हैं.

आगे और बढ़ सकती है रेपो रेट

रिटेल इन्फ्लेशन की दर 7% पर रही है जिसके कारण आरबीआई आगे भी रेपो रेट में इजाफा कर सकती है. आरबीआई ने इन्फ्लेशन का लक्ष्य 2 से 6% तक रखा है, पर इस साल महंगाई लक्ष्य से ऊपर है. इसी कारण रेपो रेट में बढ़ोतरी की जा रही है. ऐसे में आपको लिए हुए होम लोन पर पहले की तुलना में ज्यादा EMI चुकाना होगा.

क्यों बढ़ रही लोन की ईएमआई

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने महंगाई पर रोक लगाने के ‎लिए रेपा रेट 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.90 प्रतिशत कर दिया गया है। ‎जिसकी वजह से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन या फिर अन्य किसी प्रकार का लेने वाले लोगों की ईएमआई में इजाफा हो गया

बैंक क्यों बढ़ाते हैं इंटरेस्ट रेट?

रेपो रेट के बढ़ने पर बैंक की कॉस्ट ऑफ बोरोइंग यानी रिजर्व बैंक से उधार लेने की लागत बढ़ जाती है जिसको बैलेंस करने के लिए वह अपने बैंकों का इंटरेस्ट रेट बढ़ाते हैं.

क्या और बढ़ सकती है रेपो रेट

रिटेल इन्फ्लेशन की दर 7% पर रही है जिसके कारण आरबीआई आगे भी रेपो रेट में इजाफा कर सकती है. आरबीआई ने इन्फ्लेशन का लक्ष्य 2 से 6% तक रखा है, पर इस साल महंगाई लक्ष्य से ऊपर है. इसी कारण रेपो रेट में बढ़ोतरी की जा रही है

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