Digital banking unit 2022 । डिजिटल बैंकिंग यूनिट क्या है. Digital Banking Unit in hindi. डिजिटल बैंकिंग यूनिट के क्या लाभ हैं. Digital Banking Unit ke fayde. डिजिटल बैंकिंग यूनिट की विशेषताएं. डिजिटल बैंकिंग यूनिट का फायदा कैसे मिलेगा. यह वो सवाल एवं जिज्ञासाएं हैं, आज हर खास और आम के जहन मे हैं.
गौरतलब है की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत रविवार को जम्मू-कश्मीर की दो डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (डीबीयू) समेत कुल 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया है. माना जा रहा है डिजिटल बैंकिंग इकाईयां देश के बैंकिंग इतिहास में मील का पत्थर साबित होंगी. इस नवाचार के बाद देश के अंतिम छोर पर खड़े नागरिक तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचेंगी.
सभी बैंकिंग सुविधाओं का लाभ अब महानगरों के साथ साथ ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के नागरिकों तक भी पहुंच पाएगा. डिजिटल बैंकिंग इकाईया क्या है. जिसकी आज पूरे देश में चर्चा है.
सरकार की तरफ से आम नागरिकों के लिए ईज ऑफ लिविंग की दिशा में डीबीयू एक बड़ा कदम है. डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स की मदद से छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोगों को लोन लेने और फंड ट्रांसफर करने की सुविधा मिलेगी.
गौरतलब है की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत बजट 2022-23 में ऐसी डिजिटल बैंकिंग इकाइयों की घोषणा की थी. डिजिटल बैंकिंग के जरिये देश के दूरदराज इलाकों तक तेज गति से बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने का लक्ष्य है. 5 जी आने के बाद इसमें और क्रांति आएगी.
Digital Banking Units Features in hindi
आइये जानते हैं डिजिटल बैंकिंग यूनिट की प्रमुख विशेषताएं क्या हैं…
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार को देश में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया है. इस कदम को देश के वित्तीय एवं आर्थिक इतिहास में एक क्रांति माना जा रहा है. इसका फायदा हर उस भारतीय को हो सकेगा, जिसके पास मोबाईल और इंटरनेट है.
- डिजिटल बैंकिंग पराम्गत बैंकिंग का ही एक प्रकार है. डिजिटल बैंकिंग और अन्य बैंकों में फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें फिजिकल शाखा (ब्रांच) नहीं होती. यह पूरी तरह से ऑनलाइन होती
- सबसे बड़ी समस्या हर दूसरे तीसरे दिन बैंक हालीडे की होती है. यही डिजिटल बैंकों की सबसे बड़ी खूबी होगी. डिजिटल बैंक की सभी बैंकिंग सुविधाएं सातों दिन 24 घंटे बिना किसी अवकाश और लंच ब्रेक के उपलब्ध कराई जाएंगी.
- परम्परागत बैंकों की तरह ही डिजिटल बैंक भी काम करेंगे. बस यहां सब कुछ ऑनलाईन होगा. किसी कागज की जरूरत नहीं होगी.
- सेविंग अकाउंट खोलने, बैलेंस चेक करने, पासबुक प्रिंट करने, फंड ट्रांसफर, एफडी खोलने, धन निकासी और जमा करने, स्टॉप पेमेंट से लेकर होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन संबंधित सभी कार्यवाही को ऑनलाइन पूरा करेंगे. सबकुछ एक क्लिक पर होगा, कोई कतार नहीं.
- डिजिटल बैंक में उपभोक्ताओं को साइबर क्राइम, बैंकिंग धोखाधड़ी से बचने के तौर तरीके भी ऑनलाइन सिखाए जाएंगे. वहीं यदि आपका अकाउंट किसी खतरे में है तो तुरंत आपको अलर्ट मिलेगा.
- डिजिटल बैंक में सबकुछ ठीक से चले इसके लिये एक चीफ ऑपरेटिंग आफिसर नियुक्त किया जाएगा. रिजर्व बैंक ने इसके लिये पूरी गाईड लाईन जारी की है.
- ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल बैंक की पहुंच बढ़ाने के लिये विशेरूा व्यवस्था की गई है. इसके लिये डिजिटल बैंक बिजनेस फैसिलटेटर और बिजनेस करेस्पांडेंट की नियुक्ति कर सकते हैं.
- इसमें सबसे दिलचस्प यह है की डिजिटल बैंकों में नये पुराने ग्राहकों की वीडियो केवाईसी भी होगी. वहीं सारे दस्तावेज ऑनलाईन बिना किसी एजेन्ट के जमा होंगे. यह कदम धोखाधड़ी रोकने मे कम आगा हैं.
- ग्रामीण बैंक, पेमेंट बैंक और स्थानीय बैंक छोड़कर अन्य सभी कमर्शियल बैंक यह डिजिटल बैंक यूनिट छोटे कस्बों से लेकर महानगरों तक हर जगह खोल सवेंâगे. इसके लिये आरबीआई की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी.
Digital Banking kya hai
डिजिटल बैंकिंग क्या है। डिजिटल बैंकिंग एक तरह से ट्रेडिशनल बैंकिंग का ही एक प्रकार है. डिजिटल बैंकिंग और अन्य बैंकों में फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें फिजिकल शाखा (ब्रांच) नहीं होती. यह पूरी तरह से ऑनलाइन होती है. इसका इस्तेमाल आप इंटरनेट से जरिए ही कर सकते हैं. मोबाइल पर भी आप इस सेवा का लाभ ले सकते हैं. ऑनलाइन अकाउंट खुलवाने से लेकर लेन-देन करने तक का काम इस्तेमाल डिजिटल बैंकिंग कहलाता है. बैलेंस चेक करना, फंड ट्रांसफर, पासबुक प्रिंट, निवेश, लोन, जोरी किए गए पेमेंट को रोकने के निर्देश, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के लिए आवेदन, टैक्स और बिल पेमेंट जैसी सुविधाएं डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से मिलेंगी.
Digital Banking Units kya hai
डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स क्या हैं। डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स, एटीएम की तरह की एक मशीन होती है, जिसके जरिये आप बैंकिंग की कई सुविधाओं का फायदा खुद ही उठा सकते हैं. इस यूनिट पर कैश निकासी और जमा करा सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अकाउंट भी ओपन करा सकते हैं. अगर निवेश में रुचि रखते हैं तो फिक्स्ड डिपोजिट यानी एफडी या रेकरिंग डिपोजिट (RD) करा सकते हैं. इसके अलावा डिजिटल लोन, पासबुक प्रिंटिंग, डेबिट कार्ड-क्रेडिट कार्ड सर्विस, बैलेंस पूछताछ, और फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं. आपको बैंक जाने और वहां के कर्मचारी से बात करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
Digital banking Units kaha lagengi
डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स कहां लगेंगी। फिलहाल देशभर में 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स मशीन सेटअप किए गये हैं. जल्द ही देशभर में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी. सरकार के मुताबिक, भारत के 99 प्रतिशत से ज्यादा गांवों में 5 किलोमीटर से भीतर कोई न कोई बैंक ब्रांच, बैंकिंग आउटलेट या बैंकिंग कॉरेस्पोन्डेंट मौजूद हैं. डीबीयू (डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स) ग्राहकों को पूरे साल बैंकिंग प्रोडक्ट्स और सर्विस की सस्ती सुविधा, सुविधाजनक पहुंच और बेहतर डिजिटल एक्सपीरियंस उपलब्ध कराने में सक्षम बनाएगा. फिलहाल एसबीआई समेत 11 सरकारी बैंक, 12 प्राइवेट बैंक और एक स्मॉल फाइनेंस बैंक ने इस डिजिटल इंडिया अभियान में हिस्सेदारी की है. जल्द ही इसमें और अधिक वित्तीय संस्थाएं जुड़ेंगी.
डीजिटल बैंकिंग यूनिट पर प्रधानमंत्री ने क्या कहा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स के लोकार्पण अवसर पर कहा, आज देश में हर 1 लाख वयस्क आबादी पर जितनी बैंक शाखाएं मौजूद हैं, वो जर्मनी, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से भी ज्यादा है. हम सामान्य मानवी के जीवन स्तर को बदलने का संकल्प लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. हमारा संकल्प व्यवस्थाओं में सुधार और पारदिर्शता लाने का है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य भारत के सामान्य मानवी को सशक्त करना है उसको ताकतवर बनाना है. इसलिए हमने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखकर नीतियां बनाई और पूरी सरकार उसकी सुविधा और प्रगति के रास्ते पर चली.
पीएम ने कहा, ‘हमने बैंकिग सेवाओं को दूर-सुदूर में घर-घर तक पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. आज भारत के 99 फीसद से ज्यादा गांवों में पांच किमी के अंदर कोई न कोई बैंक ब्रांच, बैकिंग आउटलेट या बैंकिंग मित्र मौजूद हैं. ये सेवाएं पहले से कहीं ज्यादा आसान होंगी. इनमें सुविधा होगी और एक मजबूत डिजिटल बैंकिंग सुरक्षा भी होगी. गांव और छोटे शहर में जब कोई डिजिटल बैंकिंग यूनिट की सेवाएं लेगा तो उसके लिए पैसे भेजन से लेकर लोन लेने तक सबकुछ आसान और ऑनलाइन हो जाएगा.
Digital banking Units frequently asked questions
Digital Banking kya hai
डिजिटल बैंकिंग क्या है। डिजिटल बैंकिंग एक तरह से ट्रेडिशनल बैंकिंग का ही एक प्रकार है. डिजिटल बैंकिंग और अन्य बैंकों में फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें फिजिकल शाखा (ब्रांच) नहीं होती. यह पूरी तरह से ऑनलाइन होती है.
Digital Banking Units kya hai
डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स क्या हैं। डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स, एटीएम की तरह की एक मशीन होती है, जिसके जरिये आप बैंकिंग की कई सुविधाओं का फायदा खुद ही उठा सकते हैं.
Digital Banking Units ki shuruaat kab hui.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार 16 October 2022 को जम्मू-कश्मीर की दो डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (डीबीयू) समेत कुल 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया है.