Aviation: एयरबस के विमानों में अब भारत में बने हुए दरवाजे लगेंगे। ऐसा पहली बार होने जा रहा है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) हैदराबाद स्थित अपने संयंत्र में ए320 नियो विमान के कार्गो और बल्क कार्गो दरवाजों का निर्माण करेगी। एयरबस ने ए320 नियो विमान के कार्गो और बल्क कार्गो दरवाजों के निर्माण के लिए टीएएसएल को एक ठेका दिया है।
कंपनी की ओर से बताया गया है कि एयरलाइन मार्केट में एयरबस को और आगे बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। टीएएसएल अत्याधुनिक रोबोटिक्स और ऑटोमेशन तकनीक का इस्तेमाल करके हैदराबाद में इन दरवाजों का निर्माण करेगी। प्रत्येक शिपसेट में दो कार्गो दरवाजे और एक बल्क कार्गो दरवाजे शामिल होंगे। हैदराबाद में ओलिवियर कॉक्विल, एसवीपी एयरोस्ट्रक्चर प्रोक्योरमेंट, एयरबस और मसूद हुसैनी, वीपी और एचओ एयरोस्ट्रक्चर व एयरो-इंजन, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
गौरतलब है कि फ्रांस की कंपनी एयरबस की स्थापना 1970 में हुई थी। एयरबस के यूरोपीय संघ के चार देशों: जर्मनी, फ़्रांस, यूनाइटेड किंगडम और स्पेन, के सोलह स्थानों पर करीब 57 हजार कर्मचारी काम करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरबस के प्रमुख लोगों में सीईओ थॉमस एंडर्स, सीएफओ हेराल्ड विल्हेम, मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी जॉन लेही और सीओओ फैब्रिस ब्रेगियर शामिल हैं।
बीते दिनों एयरबस ने लगातार चौथे साल बोइंग से आगे दुनिया के सबसे बड़े विमान निर्माता के रूप में अपना ताज बरकरार रखा था। साल 2022 में एयरबस ने 1,078 जेट ऑर्डर के बाद नए विमान ऑर्डर और डिलीवरी के मामले में प्रमुख रही है। एयरबस ने पिछले साल 661 विमान सौंपे, जो 2021 की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक है। जबकि बोइंग ने 480 विमान दिए गए हैं।