Banking Fraud । दिलशाद गार्डन निवासी एक शख्स ने बैंक खाते में बेनिफिशरी का नाम जोड़ने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की वेबसाइट खोली। वो यूजर आईडी, पासवर्ड और कैप्चा डाल कर लॉगइन बटन को क्लिक करते तो फिर से लॉगइन पेज पर पहुंच जाते। करीब ऐसा तीन बार हो गया। दोपहर एक मेसेज आया, जिसमें लिखा था कि आपकी नेटबैंकिंग आईडी ब्लॉक कर दी गई है। आप पैन कार्ड नंबर अपडेट कीजिए। शाम को उनके खाते से तीन बार में 8 लाख 15 हजार 588 रुपए ट्रांसफर कर लिए गए। समीर कुमार जैन (57) दिलशाद गार्डन में रहते हैं। एसबीआई की दिलशाद गार्डन ब्रांच में उनका खाता है।
उन्होंने पुलिस को बताया कि वो 2 फरवरी 2023 की सुबह करीब 10:30 से 11:00 बजे के बीच अपने कंप्यूटर पर ऑनलाइन थे। इसी दौरान उन्होंने अपने बैंक खाते में बेनिफिशरी का नाम जोड़ने के लिए ऑनलाइन लॉगइन करने की कोशिश की। एसबीआई की वेबसाइट पर नेट बैंकिंग के जरिए अपडेट करने लगे। लॉगइन आईडी, पासवर्ड और कैप्चा भरने के बाद जैसे लॉगइन का बटन क्लिक करते तो वो वापस पिछले पेज पर ले आता।
तीन बार प्रयास करने के बावजूद सफलता नहीं मिली तो उन्होंने विंडो बंद कर दी। दोपहर करीब 2:48 बजे उनके फोन पर एक मेसेज आया था, जिसमें लिखा था कि आपकी नेट बैंकिंग आईडी ब्लॉक कर दी है और पैन कार्ड अपडेट करें। इस मेसेज को वो देख नहीं पाए। शाम करीब 5:32 बजे से उनके खाते से 4,07,799 रुपए, 24,999 रुपए और 3,82,790 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। करीब 5:35 बजे मेसेज आया कि संदिग्ध एक्टिविटी की वजह से नेट बैंकिंग बंद की जाती है। उन्होंने तुरंत एसबीआई बैंक को रिपोर्ट की तो वहां से पता चला कि अकाउंट हैक कर लिया गया है। पीड़ित की शिकायत पर शाहदरा साइबर थाना पुलिस ने ठगी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस उनके कंप्यूटर पर लॉगइन हुए एसबीआई वेबसाइट की आईपी, फोन पर आए मेसेज और बैंक खाते जिन अकाउंट्स पर रकम ट्रांसफर हुई, उन्हें खंगाल रही है। इनके जरिए साइबर ठगों की तलाश की जा रही है।