भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो रेट बढ़ाने के बाद देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने भी अपने लोन महंगे कर दिए हैं। इसके अलावा कई और बैंकों ने भी अपने कर्ज महंगा कर दिया है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिग रेट (ईबीएलआर) और रेपो रेट से संबंधित उधार दर आरएलएलआर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी के बाद ईबीएलआर 8.55 फीसदी और आरएलएलआर 8.15 पर पहुंच गया है।
शनिवार से नई दरें प्रभावी हो हो गई हैं। बैंक ऑफ इंडिया ने आरएलएलआर बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपने ईबीएलआर बढ़कार 9.60 फीसदी कर दिया है। एचडीएफसी ने होम लोन के ब्याज दर में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इस वित्तीय संस्थान ने बीते पांच महीने में सातवीं बार ब्याज दरों में इजाफा किया है। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को चौथी बार रेपो रेट में बढ़कर 5.90 फीसदी पर पहुंच गया है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है।
बैंक ऑफ इंडिया ने फिक्स जमा पर बढ़ाई ब्याज दरें
देश के सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने 2 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा पर ब्याज दरों में इजाफा किया है। बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, नई दरें 01 अक्टूबर 2022 से प्रभावशील होंगी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को रेपो दर को 50 बेसिस प्वाइं टबढ़ाकर 5.90 प्रतिशत करने के ठीक एक दिन बाद, बीओआई ने एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा की है। बता दें कि पिछले कुछ सालों में एफडी की ब्याज दरों में काफी गिरावट आई थी। लेकिन, अब दोबारा ब्याज दरें बढ़ना शुरू हुई हैं। आईए आपको बताते हैं बैंक ने ब्याज दरों में कितना बदलाव किया है। बैंक ऑफ इंडिया अपने सामान्य नागरिकों को 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर 7 दिन से लेकर 10 साल तक 2.85 प्रतिशत से लेकर 5.75 प्रतिशत तक ब्याज दर ऑफर किया है। इसके अलावा 555 दिनों मैच्योर होने वाली एफडी पर अधिकतम ब्याज दर 6.05 प्रतिशत मिलेगी।